हजरत सैय्यद बदीउद्दीन जिंदाशाह ऐसे शांतिदूत थे, जिन्होंने पूरे भारत में शांति का पैगाम दिया:ज़िलाधिकारी।

हजरत सैय्यद बदीउद्दीन जिंदाशाह ऐसे शांतिदूत थे, जिन्होंने पूरे भारत में शांति का पैगाम दिया:ज़िलाधिकारी।

●यह 606 वां ऐतिहासिक मेला है।

●जिंदाशाह की मजार पर जिलाधिकारी ने चादर चढ़ाकर माथा टेंका।

●जिलाधिकारी ने ऐतिहासिक मजार पर स्थित म्युजियम भी देखा।

●यह उत्तर भारत के घोड़ों के खरीद- फरोख्त का सबसे बड़ा मेला है।

●मेले में सभी धर्मों के लोग शिरकत करते हैं,जो सर्वधर्मसमभाव को दर्शाता है। 

कानपुर:जिलाधिकारी व मेला प्रशासक श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह ने आज बसंत मेला,मकनपुर का उद्घाटन किया एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । यह 606 वां ऐतिहासिक मेला है, जिसके समीप स्थित हजरत सैय्यद बदीउद्दीन जिंदाशाह की मजार पर जिलाधिकारी ने चादर चढ़ाकर माथा टेंका। जिलाधिकारी ने ऐतिहासिक मजार पर स्थित म्युजियम भी देखा।
      इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि हजरत सैय्यद बदरुद्दीन जी  ऐसे शांतिदूत थे, जिन्होंने पूरे भारत में शांति का पैगाम दिया। यह उत्तर भारत के घोड़ों के खरीद- फरोख्त का सबसे बड़ा मेला है। मेले में सभी धर्मों के लोग शिरकत करते हैं,जो सर्वधर्मसमभाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि  श्रद्धालुओं को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, इसके लिए पशुचिकित्साधिकारी को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

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